HOW MUCH YOU NEED TO EXPECT YOU'LL PAY FOR A GOOD BHOOT KI KAHANI

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good bhoot ki kahani

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

सच सच बताना कि उस घर में कभी तुमने किसी के चलने या फिर पायल बजने की आवाज सुनी थी । तब तो हमें पक्का यकीन हो गया । कि उस घर में कुछ तो था । और मैंने फिर से अपने परिवार को बताया । तब उन लोगों ने हमारी बातों पर यकीन लिया।

मैं उसके पास रुका भी नहीं क्योंकि मुझे उस लड़की से डर लग रहा था। वह लड़की कई दिनों तक मुझे देखती रहती थी। एक दिन वह लड़की वहां पर नहीं दिखाई दी।तो मैं सोच में पड़ गया।

कि हमारा खुद का बड़ा घर हो।जब हम लोग घर में रहने गए। तो हमे एक बेचैनी सी महसूस हो रही थी । और हम रात को देर से सोते थे । क्योंकि हमें डरावनी पिक्चर बहुत पसंद थी। और हम देर रात तक टीवी देखते रहते थे।

ते लगाते उसकी कार ने उस औरत को टक्कर मार दी। वो औरत अपने बच्चे सहित लगभग बीस फीट ऊपर उछल गईं। और फिर जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। वो भयानक दृश्य देखकर आकाश का पैर कांपने लगा। आकाश ने अचानक से ब्रेक ...

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क्यों मजाक कर रहे हो । अभी तो तुमने बीड़ी अपने हाथ में ली थी। तो उसने बोला कि हमको तो दिया ही नहीं हमको लगा। कि यह मजाक कर रहा है.

रमेश दूसरी तरफ देखने लगा और उस आदमी को नजर अंदाज करने लगा। उस आदमी ने फिर से रमेश से पूछा। इस बार रमेश को लगा कि यह कोई इंसान ही है। रमेश उस आदमी को ट्रेन के बारे में बताने लगा। तभी घड़ी में दो बज गए। पूरा प्लैटफॉर्म घड़ी की आवाज से गूंज रहा था। रमेश ने घड़ी की तरफ देखा तो वह थोड़ा सा घबरा गया। उसके सामने खड़े आदमी ने उसके कंधे पर हाथ रखकर उसे जगाया तो वह होश में आ गया। रमेश ने देखा कि सामने खड़ा आदमी उसे धुंधला दिखाई दे रहा है। उसने

हमें आशा है की आपको हमारे ब्लॉग पर लिखी गयी horror tales for kids in hindi पसंद आई होगी। इस लेख में हम क़ोसिश करेंगे रोज नए नए horror story in hindi, hindi tales of ghost, Bhoot pret ki sachi kahaniyan लिखने की ताकि आपको रोज कुछ नया पड़ने को मिले।

शैतानी शक्तियों का मज़ाक उड़ाना पड़ा भारी

खैर कुछ दिनों के बाद मैं अपने उस डॉट श्याम लाल के घर दुबारा गया और उसे अपनी पूरी कहानी बताई!

यह कोई काल्पनिक कहानी या फिल्म की कहानी नहीं है बल्कि आँखों देखा सच है! मैं कंपनी की ओर से पिकनिक पर गया हुआ था! […]

मेरी माँ ने मुझे सुला दिया । और खुद घर के पीछे बैर का पेड़ लगा था । उसी के नीचे बैठकर रोने लगी ।

और वह मस्ती के मूड में साइकिल से नीचे उतरे और हल्दी से बने हुए घेरे के अंदर से नींबू लाल कपड़ा और मिठाई भी उठा ली । और साइकिल पर बैठकर हंसते हुए बैंक की ओर चले गए। वहां पहुंचकर काम करने में व्यस्त हो गए तभी उन्हें भूख लगी।

हिटलर का भूत और उसकी डरावनी कहानी हिटलर का भूत एक ऐसी कहानी है जो सच्ची घटना पर आधारित है। इस कहानी की नायिका एनेलीज […]

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